Sunday, 2 August 2009

बुरा हादसा है प्यार होना

उसकी सीरत सा उसका मुकाम नही होता ,

चर्चा भी उसका कभी "शैदाई" आम नही होता ,

वो जो जलता हैं चिराग तेरी हर एक झलक के लिए,

तेरी वाह-वाह होती है, पर उसका नाम नही होता,



चैन का गम होना ऐ यार नींद से खार होना ,

बड़ा ही बुरा हादसा है "शैदाई" प्यार होना ,

भूख न प्यास बस उनको पाने की आस ,

मिलने की आरजू रखना, एक झलक का तलबगार होना ,

इश्क में एक बुत का खुदा हो जाना और ,

या आशिक तेरा लोगो की नज़र में गुनाहगार होना,

मुहब्बत के हैरतंगेज़ करिश्मे हैं दोस्तों ,
 
राधा और मीरा होना या निठल्ला बेकार होना.  

                              

दौर ए इश्क का हर इम्तिहान देते रहे हैं हम भी ,
लिख कर ख़त में जान देते रहे हैं हम भी,

मेरे ख्बवो की शहजादी ए मल्लिकाए हूर ,

हर हसीं को ये नाम देते रहे हैं हम भी ,

एक मिला तो क्या हज़ार जख्म दिए हैं हमने,

उनकी वफाओं के इनाम देते रहे हैं हम भी ,

किस्मत ने इस मोड़ पे ला पटका "शैदाई"

वरगना हर शय को अंजाम देते रहें हैं हम भी ,

1 comment:

  1. किसी 'राधा या मीरा ' कोही पता होगा ..क्या होता है एक राधा या मीरा होना ..

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