यदि ह्रदय में भाव पूर्ण स्पंदन न होता,
मैं तुम्हारा होता
रिश्तो का अमिट बंधन न होता
मैं तुम्हारा होता
हां मैं किसी का सहारा न होता
मैं तुम्हारा होता
किसी के घर का मैं उजियारा न होता
मैं तुम्हारा होता
जीवन कितना आनंदित होता
मैं तुम्हारा होता
स्वम पर मैं गर्वित होता
यदि मैं तुम्हारा होता
ऐ आसमान बस तुम्हारा होता
काश विकास मैं सितारा होता
Wednesday, 14 July 2010
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment