जैसे सारे दर्रे आकर समंदर का हिस्सा हो जायेंगे
न खबर थी कि हमभी एकदिन बेपर्दा हो जायेंगे
जिनसे दुश्मनी निभाते रहे हम उम्र भर शैदाई,
वो एक पल में ही हमारे रहनुमा हो जायेंगे
Monday 13 September, 2010
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